उत्तराखंड में सुगंधित कृषि क्रांति के अगुवा डॉ. निरपेन्द्र चौहान को मिलेगा ‘नागरिक अभिनंदन’ सम्मान


पहाड़ी वार्ता | कृषि एवं सम्मान समाचार
देहरादून, जुलाई 2025 — उत्तराखंड की सुगंधित कृषि क्रांति के प्रमुख शिल्पकार डॉ. निरपेन्द्र चौहान को ’25वें उन्नत भारत सेवाश्री सम्मान 2025′ के तहत ‘नागरिक अभिनंदन’ से सम्मानित किए जाने की घोषणा, स्वयं आयोजन समिति के युवा अध्यक्ष अखिल नाथ ने की।

इस अवसर पर अखिल नाथ विशेष रूप से देहरादून पहुंचे और डॉ. चौहान से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट कर औपचारिक आमंत्रण पत्र सौंपा।इस भेंट में उनके साथ डॉ. बी.एस. नेगी (पूर्व निदेशक, उद्यान विभाग, उत्तराखंड; राज्य अध्यक्ष – उन्नत भारत सेवाश्री उत्तराखंड) और डॉ. आकाशदीप लिंगवाल भी उपस्थित रहे। तीनों गणमान्य व्यक्तियों ने डॉ. चौहान के कार्यों की सराहना करते हुए उत्तराखंड को “सुगंधित कृषि का वैश्विक केंद्र” बनाने की दिशा में उनके प्रयासों को ऐतिहासिक बताया। यह मुलाकात न केवल एक सम्मानजनक आमंत्रण थी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि डॉ. चौहान का कार्य राष्ट्रीय स्तर पर कितनी गंभीरता और सम्मान से देखा जा रहा है

डॉ. चौहान वर्तमान में उत्तराखंड सरकार के सेंटर फॉर एरोमैटिक प्लांट्स (CAP) के निदेशक और राज्य औषधीय पौध बोर्ड (SMPB) के सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश का सुगंधित कृषि क्षेत्र 2002 में ₹2 करोड़ से बढ़कर 2024 में ₹100 करोड़ वार्षिक से अधिक हो गया है।

हज़ारों किसानों को मिला संबल
डॉ. चौहान की अगुवाई में चला सुगंधित खेती अभियान आज 28,000 से अधिक किसानों से जुड़ चुका है। उन्होंने 199 फील्ड डिस्टिलेशन यूनिट्स के ज़रिए न सिर्फ परित्यक्त ज़मीन को उपयोग में लाया, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थायी स्वरोजगार और आय का साधन भी प्रदान किया।

CAP बना नवाचार का केंद्र
CAP के तहत उन्होंने परफ्यूमरी, बायोसाइंस, प्रोसेस टेक्नोलॉजी और उत्पाद विकास के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं स्थापित कीं, जिनका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिसंबर 2021 में किया गया था।

उत्तराखंड को दिलाई राष्ट्रीय पहचान
डॉ. चौहान की भूमिका से ही ‘अरोमा पार्क नीति’, ‘हर्बल टूरिज्म नीति’ और ‘मेडिकल कैनबिस नीति’ जैसी योजनाएं अस्तित्व में आईं। देश का पहला अरोमा पार्क (काशीपुर) और सात अरोमा वैलीज़ (गुलाब, दालचीनी, लेमनग्रास, तिमूर आदि) की कल्पनाओं को साकार करने में उनका योगदान केंद्रीय रहा है।

मिशन तिमरू और मिशन दालचीनी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तराखंड को सुगंधित खेती का राष्ट्रीय केंद्र बनाने की दिशा में उनके प्रयास सराहनीय रहे हैं।

सम्मान की घोषणा
उन्नत भारत सेवाश्री’ के युवा अध्यक्ष अखिल नाथ ने देहरादून में व्यक्तिगत रूप से पहुंचकर डॉ. चौहान से भेंट की और उन्हें सम्मान समारोह में आमंत्रित किया। इस दौरान डॉ. बी.एस. नेगी और डॉ. आकाशदीप लिंगवाल भी उपस्थित रहे।

यह सम्मान समारोह अगस्त 2025 में दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जहां देशभर के 25 विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *