अल्मोड़ा। चौखुटिया में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर गांधी जयंती के दिन पूर्व सैनिक भुवन कठायत ने रामगंगा आरती घाट पर आमरण अनशन शुरू किया। उन्होंने इस आंदोलन को “ऑपरेशन स्वास्थ्य” नाम दिया है।
हालिया खबरों के अनुसार अनशन से एक दिन पूर्व हीस्वस्थ्य मंत्री धन सिंह रावत एवं द्वाराहाट विधायक मदन सिंह बिष्ट ने एक संयुक्त घोषणा में स्वस्थ्य सेवाओं में सुधार का आश्वासन दिया है।
भुवन कठायत ने बताया कि चौखुटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में तैनात डॉक्टर और स्टाफ अपनी पूरी क्षमता से सेवा दे रहे हैं, लेकिन संसाधनों की भारी कमी है। केंद्र में सीज़ेरियन डिलीवरी (Cesarean Delivery) की सुविधा उपलब्ध नहीं है। सामान्य परिस्थितियों में प्राकृतिक प्रसव कराया जाता है, लेकिन जटिल मामलों को बड़े अस्पतालों में रेफर करना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में डिजिटल एक्स-रे की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। वहीं अल्ट्रासाउंड जांच केवल महीने में एक बार होती है, जिससे मरीजों को समय पर जांच कराने में कठिनाई होती है। वर्तमान में केंद्र पर केवल एक एम्बुलेंस है, जो आपातकालीन परिस्थितियों के लिए अपर्याप्त है। ग्रामीणों के अनुसार गंभीर मरीजों को अक्सर अल्मोड़ा, रानीखेत या हल्द्वानी भेजना पड़ता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अनशन की जानकारी पर स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मांगों और समस्याओं को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस मुद्दे पर निगरानी रखी जा रही है।
आंदोलन और सरकार
भुवन कठायत का यह आमरण अनशन स्थानीय प्रशासन के ज़रिये राज्य सरकार से सीधी मांग कर रहा है, उनका कहना है की जबतक समस्या का 50 प्रतिशत निवारण धरातल पर नहीं होगा तबतक वे नहीं उठेंगे। उन्होंने उन्नत केसरी से बात करते हुए कहा की सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर एवं स्टाफ पूरी क्षमता से कार्य करते हुए भी इतने बड़े क्षेत्र के लिए पर्याप्त नहीं है। क्षेत्र के लोगों का इलाज चौखुटिया में ही हो ऐसी सुविधाएं और विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध कराना सरकार के लिए ही संभव है, उन्होंने कहा की स्थानीय चिकित्सा अधिकारीयों के हाथ में कुछ नहीं है।
इस अवसर पर भुवन कठायत सहित 200 से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे, जिनमे मुख्यतः नीरज पाण्डे (पूर्व सैनिक), हीरा पटवाल (पूर्व सूबेदार), हेम काण्डपाल, गणेश जोशी, उरमाउ सिह नेगी, देव सिंह पैलियाँ, भिनयासैण से कुवर रावतराकेश बिष्ट और रवि नेगी, जलाली से देघाटमनोज रावत, प्रकाश नेगी, कुन्दन बिष्ट, पुष्पेष तिपाठी/ त्रिपाठी (पूर्व विधायक), गणेश अटवाल और महेश उपाध्याय।
पृष्ठभूमि
चौखुटिया और आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी लंबे समय से चिंता का विषय रही है। पहले भी कई बार ज्ञापन दिए गए और विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकला। भुवन कठायत का यह आमरण अनशन अब इन समस्याओं को फिर से सुर्खियों में ला रहा है।